Posts

Showing posts from April, 2021

कौन चुनौती स्वीकारेगा कौन करेगा परिवर्तन

 कौन चुनौती स्वीकारेगा कौन करेगा परिवर्तन कौन करेगा अर्पित अपना देश के लिए तन मन धन॥ध्रु.॥ कब तक खंडित देश रहेगा कब तक व्यथा सहेगी मां कब तक देशद्रोह पनपेगा कब तक आतंकित सीमा प्रगटे फिर से भीम पराक्रम तभी हटेंगे संकट घन॥1॥ कब तक पश्चिम मोह रहेगा कब तक जिए दीन होकर कब तक शक्तिहीन रहेंगे कब तक खाएंगे ठोकर निज गौरव का भाव लिए उर श्रम से होगा नया किरण॥2॥ कब तक भूखा देश रहेगा कब तक सबको ज्ञान नहीं कब तक मिथ्या भेद रहेगा संस्कृति का सम्मान नहीं राष्ट्र चेतना से ही होगा समरस सुखमय जन जीवन॥3॥

दोस्त मिलते हैं तो थोड़ा मुस्कुरा लेते हैं

 गम के आंसुओं को भी छुपा लेते है, दोस्त मिलते है तो ,थोड़ा मुस्कुरा लेते हैं,,,,।। मन की पीड़ा, चहरे की उदासियों को, वो अक्सर पढ़ लेते है, दोस्त जब मिलते हैं तो, थोड़ा मुस्कुरा लेते है,,,,,।। वो पूछते है, कैसे हो तुम,,, झूठ मूठ का चेहरा बना, थोड़ी हंसी, हम भी हँस देते है, दोस्त जब मिलते हैं तो थोड़ा मुस्कुरा लेते है,,,,,,,।। दुनिया भर के ताने, रिश्तों की बेरुखी, अपनो का तिरस्कार भी सह लेते है, दोस्त जब मिलते हैं तो थोड़ा मुस्कुरा लेते है,,,,,,।। जब छोड़ देते है साथ सब, टूटने लगते है रिश्ते सारे, छाने लगता है जीवन में अंधेरा, तब दोस्त आकर ,हमें थाम लेते है, दोस्त जब मिलते हैं, तो थोड़ा मुस्कुरा लेते है।।